Monday, June 9, 2025

बिहार न्यूज़: बिहार में दोहरे हत्याकांड से हड़कंप, भाजपा और जदयू नेताओं के परिजनों को बनाया निशाना


बिहार में अपराध का ग्राफ एक बार फिर सुर्खियों में है। दो अलग-अलग घटनाओं में भाजपा और जदयू नेताओं के परिजनों की गोली मारकर हत्या कर दी गई, जिससे पूरे राज्य में सनसनी फैल गई है। मधेपुरा जिले में भाजपा नेता के पिता की हत्या ने इलाके में तनाव बढ़ा दिया, वहीं बिहारशरीफ में जदयू नेता और पंचायत मुखिया की मौत ने सियासी हलकों को झकझोर दिया है। पुलिस इन मामलों की गहन जांच में जुट गई है।  

मधेपुरा: भाजपा नेता के पिता की हत्या से फैला तनाव 

मधेपुरा जिले के सिंहेश्वर थाना क्षेत्र के जजहट सबैला गांव में भाजपा जिला महामंत्री अभिषेक साह के पिता राम नारायण साह उर्फ डोमी साह की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना तब हुई जब 70 वर्षीय राम नारायण साह अपने घर के बाहर टहल रहे थे। बाइक पर सवार बदमाशों ने घात लगाकर उन पर फायरिंग की। घायल अवस्था में उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।  

हत्या के बाद इलाके में भारी तनाव है। पुलिस ने घटनास्थल का मुआयना किया है और जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार करने का दावा किया है। सिंहेश्वर थानाध्यक्ष वीरेंद्र राम का कहना है कि जांच को प्राथमिकता दी जा रही है। हालांकि हत्या के पीछे की वजह अभी साफ नहीं हो पाई है।  

बिहारशरीफ: जदयू नेता और मुखिया की दिनदहाड़े हत्या  

दूसरी घटना बिहारशरीफ के बेन प्रखंड की आट पंचायत की है, जहां जदयू नेता और मुखिया कारू तांती को उनके घर के दरवाजे पर बैठे हुए गोली मारी गई। घटना उस वक्त हुई जब तीन बाइक सवार बदमाश वहां पहुंचे और उन्हें निशाना बनाया। पीठ में गोली लगने के बाद उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।  

कारू तांती, बिहार सरकार के कैबिनेट मंत्री श्रवण कुमार के करीबी रिश्तेदार थे, जिससे इस मामले ने राजनीतिक हलकों में भी हलचल मचा दी है। पुलिस ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं और मामले की तह तक जाने का दावा किया है।  

पुलिस के दावे और सवालों की बाढ़ 

दोनों हत्याओं के बाद पुलिस पर अपराधियों को पकड़ने का दबाव बढ़ गया है। हालांकि अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है, लेकिन पुलिस का दावा है कि जल्द ही अपराधियों को सलाखों के पीछे डाला जाएगा।  

क्या कहती है बिहार की कानून व्यवस्था? 

राज्य में लगातार बढ़ रही अपराध की घटनाएं पुलिस और प्रशासन के लिए चुनौती बन चुकी हैं। भाजपा नेता के पिता और जदयू नेता की हत्या न केवल दो परिवारों के लिए गहरी त्रासदी है, बल्कि राज्य की कानून व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े करती है।  

आगे की राह

पुलिस की कार्रवाई और जांच पर सबकी निगाहें टिकी हैं। अपराधियों को सजा और पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने के लिए प्रशासन की तत्परता कितनी कारगर साबित होगी, यह देखना बाकी है। 

Super Admin

Santosh Singh

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