- द्वारा Santosh Singh
- Jun 21, 2023
सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली सर्कार और पुलिस को लेकर काफी सख्त निर्देश दिए हैं। कोर्ट ने कहा है की दिल्ली में सभी 113 प्रवेश स्थल पर तुरंत चेकपॉइंट्स लगाए जाएँ। इन चेकपॉइंट्स पर जो कर्मचारी हो, उनको जरूरी चीज़ों की पूरी जानकारी होनी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा की 13 मुख्य प्रवेश स्थलों पर ख़ास निगरानी राखी जाएगी ताकि जीआरएपी स्टेज IV के धारा ए और बी का कार्यान्वयन सुनिश्चित हो सकें।
शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने प्रदुषण मामले की सुनवाई के दौरान दिल्ली सरकार और पुलिस को यह निर्देश दिए। कोर्ट ने कहा की उन्हें दिल्ली के 113 प्रवेश स्थलों पर तुरंत चेक पॉइंट्स लगाने चाहिए। इन चेक पॉइंट्स पर जो अफसर होंगे उन्हें अनुमोदित वस्तुओं की पूरी जानकारी होनी चाहिए।
सुप्रीम कोर्ट ने और क्या कहा ?
कोर्ट ने यह भी साफ किया की इन 113 प्रवेश स्थलों में से 13 मुख्य चौकियों पर ज़्यादा ध्यान केंद्रित रखना होगा, जहां जीआरएपी स्टेज IV के नियम को सख्ती से अनुसरण किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा की लगभग 100 प्रवेश बिंदुओं पर ट्रक्स का प्रवेश चेक करने वाला कोई नहीं है।
कोर्ट ने यह भी नोट किया कि आदेश के बावजूद एससी और सीएक्यूएम, दिल्ली सरकार और पुलिस ग्रैप स्टेज IV के मानदंडों को अनुसरण करने में नाकाम हो गयी हैं।
13 वाकिलें करेंगी जांच
सुप्रीम कोर्ट ने यह भी कहा की 13 मुख्य प्रवेश बिंदुओं पर सीसीटीवी कैमरें लगे हुए हैं। कोर्ट ने निर्देश दिया है की सीसीटीवी फुटेज को जल्दी से न्याय मित्र को दिया जाए। कोर्ट ने यह भी कहा की बार के 13 वकिलें इन चौकियों पर जाकर यह जांच करेंगे की ग्रैप स्टेज IV के नियमों का पालन ठीक से हो रहें हैं या नहीं।
दिल्ली की वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में
शुक्रवार सुबह दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता 'बहुत खराब' श्रेणी में थी और शहर में एक हलकी धुंध की परत भी था। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, सुबह 7:१५ बजे तक दिल्ली का एवरेज एक्यूआई 371 था।
एनसीआर के दूसरे शहरों में भी एक्यूआई काफी ज्यादा था -फरीदाबाद में 263, गुडगाँव में 274, ग्रेटर नोएडा में 234 और नोएडा में 272। दिल्ली के कुछ क्षेत्रों में एक्यूआई 400 से ऊपर गया - जैसे आनंद विहार 410, बवाना 411, जहांगीरपुर 426, मुंडका 402, नेहरू नगर 410, शादीपुर 402 और वज़ीरपुर 413.
सीपीसीबी के अनुसार, एक्यूआई 200-300 के बीच 'खराब', 301-400 'बहुत खराब', 401-450 'गंभीर' और 450+ को 'बहुत गंभीर' माना जाता है।
प्रदुषण को नियंत्रण करने के लिए, नई दिल्ली म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन ( एनडीएमसी ) ने शुक्रवार सुबह कुछ जगह पर रात्रि सफाई और सड़क सफाई अभियान चलाये। आधिकारिक डेटा के अनुसार, काफी दिनों तक 'बहुत गंभीर' श्रेणी में रहने के बाद, दिल्ली की वायु गुणवत्ता में थोड़ा बेहतर हुआ है और अब यह 'बहुत खराब' स्तर पर आयी है।
अभी भी प्रदुषण काफी ज़्यादा है लेकिन कोर्ट के सख्त आदेश और सरकार के एक्शन से थोड़ी उम्मीद मिल रही है की स्थिति को बेहतर किया जा सकता है।